हमसफ़र

Because love is in the air…♥️♥️just thought of sharing my poem…हमसफर…💞💞 with you all🌹🌹🌹

हमसफ़र

ये कौन है जो मुझे छू कर निकल गया

सिहरन एक प्यारी सी मुझमें भर गया

बरखा की पहली फुहार से नहला गया

भीनी-भीनी बयार से सहला गया

सुबह की लाली जैसे बिखरा गया

सपनों की दुनिया में पहुँचा गया

प्यार का एक सैलाब मुझमें भर गया

लहरों को जैसे साहिल ही दे गया

यादों के भंवर में ऐसे डुबा गया

वक्त को जैसे ठहरा ही गया

मिल जाए एक बार तो दीदार करूँ उसका

रेगिस्तान में जो घटा बन कर बरस गया

पूनम सिंह

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